जब समाज और राष्ट्रहित की बात होती है, तो सशक्त नेतृत्व और सटीक विचारधारा का समन्वय अनिवार्य होता है। राष्ट्रवादी दृष्टिकोण, भारतीय मूल्यों की रक्षा और समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए हम कटिबद्ध हैं। शिक्षा, संस्कृति और राष्ट्र निर्माण में हमारी भूमिका केवल नीतियों तक सीमित नहीं, बल्कि धरातल पर उसके प्रभावी क्रियान्वयन तक विस्तारित होनी चाहिए।
